तन्हाई |
अपनी धुन में था मैं तन्हाई में नहीं
वो मेरे साथ हरदम रही दिल में कहीं
Apni dhun mein tha main tanhai mein nahi
Vo mere saath hardam rehi dil mein kahin
रुस्वा समझ कर मुझको हमदर्द आ गये
मैंने कहा भैया मजे में हूँ जाओ और कही
Ruswa samajh ker mujhko hamdard aa gaye
Maine kaha bhayya meje mein hoon jaao aur kahin
------शिवराज-----
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें