शनिवार, 22 नवंबर 2014

बचपन / Bachpan




अपने बचपन को दिल में धड़कने दो ।
जिंदगी की उम्र कुछ तो बढ़ जाएगी ।
Apne bachpan ko dil mein dhadakne do
Jindgi ki umr kuch to badh jaayegi

तकलीफें तो हम प्याला हैं हयात की ।
वक़्त के साथ आएंगी गुज़र जायेगी ।
Takleefe to humpyala hai hayat ki
Vaqt ke saath aayegi gujar jaayengi

बच्चों के लिए कुछ नेकियां छोड़ना।
देखना पीढ़िया तुमको गुनगुनाएंगी।
Baccho ke lie kuch nekiyan chodna
Dekhna peedhiyaan tumko gungunayegi

--------शिवराज------------


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