This blog is a collection of my writings. I write whatever comes in my mind
सोमवार, 8 दिसंबर 2014
कुछ बातें
पूछा जो मुझसे किसी ने बता क्या तेरे ख्वाब हैं । मैं बोला ख्वाब में भी वही है जिनके मुझे ख्वाब हैं । ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मुझसे पुछा जो किसी ने क्या तुम्हारे ख्वाब हैं । हँसते हुए कहा अब ख्वाब ही तो मेरे ख्वाब हैं । ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ शिवराज
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