गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

मैं आज क्या बात लिखूँ


देश के हालात लिखूँ 
पडोसी के हादसात लिखूँ 

दर्द के एहसास लिखूँ 
आदमी की औकात लिखूँ 

प्रेम की कोई पात लिखूँ 
मन की कोई बात लिखूँ 

धर्म का प्रचार लिखूँ 
नया कोई विचार लिखूँ

कुदरत की करामात लिखूँ 
हर रोज़ की मुश्किलात लिखूँ 

अनसुलझे सवालात लिखूँ 
मस्ती का कोई राज़ लिखूँ 

बच्चों की कहानी लिखूँ 
गरीब की जवानी लिखूँ 

क्या लिखूँ निर्भया को
या दुल्हन की हया को

ज़रा मुझे सोचने दो 
मैं आज क्या बात लिखूँ 

-----शिवराज शर्मा ----

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