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This blog is a collection of my writings. I write whatever comes in my mind
गुरुवार, 27 अगस्त 2015
वफ़ा और ज़फ़ा
अपने ही दग़ा करते है
अपने ही ज़फ़ा करते हैं
और जो वफ़ा करते है
वो अपने हो जाते हैं
अपने ही ख़ुशी लाते हैं
अपने ही तड़पाते हैं
__शिवराज___
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