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This blog is a collection of my writings. I write whatever comes in my mind
शुक्रवार, 10 अक्तूबर 2014
दो पंक्तिया / Two lines
तुमको बिना जाने मैं कैसे बयां करू हाल ए दिल ।
देखे तो मुस्कुरा, सलाम ले, कभी आ के मिल ।
Tumko bina jaane kaisae bayan keroon hasl ae dil
Dekhe to muskra,salam le ,kabhi aa ke mil
शिवराज
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