मंगलवार, 30 सितंबर 2014

मैं तो हूँ

मैं जो भी हूँ जैसा भी हूँ,मैं तो हूँ।
मैं अच्छा बुरा जैसा भी हूँ, मैं तो हूँ।
मुझ में कई कमियां हैं लोग कहते हैं ।
दोस्तों के लिए अच्छा हूँ जैसा भी हूँ।
क्या करूं बह जाता हूँ ज़ज्बात में।
इसलिए दुनियांदारी में कच्चा भी हूँ।
मेरा दिल तोड़ने वाले जान ले ये राज।
मैं बहुत खुश हूँ जहाँ हूँ जैसा भी हूँ।
मेरे जैसो के लिए नहीं हैं दुनिया, माना।
कुछ दिलों में मैं भी मगर बसता तो हूँ।
हर कोई मुझसे ख़ुशी पाता है पायेगा।
आदमी मैं बड़ा सस्ता जो हूँ, हूँ तो हूँ।
*****शिवराज********

धोखा

जितनी खिलखिलाहट थी तेरे साथ में ।
उतना ही सन्नाटा हुआ तेरे बाद में ।
जिन्दगी में अँधेरे का दिया जला गयी ।
कभी रौशनी की किरण लायी थी साथ में ।
मुझे तो तमाम उम्र निभाना है ये रिश्ता ।
के थमा था उसका हाथ कभी मैंने हाथ में ।
 मैंने तो देखा है देता है अक्सर  धोखा ।
न जाने क्या है इस इश्क की जात में ।

शिवराज

सोमवार, 29 सितंबर 2014

मिलना

किस्मत में गर
मिलना नहीं है
तो प्यार क्यों हैं
हर एक आशिक को
अपने इश्क पे
इतना एतबार क्यों है
इश्क गुनाह है तो
हर इंसान के दिल में
किसी न किसी के लिए
प्यार क्यों हैं
कुछ नहीं लगता कोई
फिर भी जां उस पे
होती निसार क्यों है
किस्मत में गर
तेरा मिलना नहीं है
मगर कोई है शायद
कहीं है
****शिवराज*****

अँधेरा /Darkness

अँधेरा जरा गहरा है
वक़्त अभी ठहरा है
लौट आना मुश्किल हैं
दिल का घाव गहरा है
रौशनी से मिल तो लेता
सूरज पे मगर पहरा है
बड़ी मिन्नत की मैंने
खुदा शायद बहरा है
****-शिवराज

शुक्रवार, 26 सितंबर 2014

ख़्वाब

ख्वाब
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ये मासूम चेहरा हल्की  सी हंसी ।
किसी नौजवां के ख्वाब सी हो ।
दिन हो तो आफ़ताब सी हो तुम।
और रात चढ़े माहताब सी हो ।

शनिवार, 20 सितंबर 2014

मुहब्बत /Muhabbat

मेरी मुहब्ब्त उस पे असर कर गयी ।
नज़र जो मिली तो कहर कर गई ।
वफ़ा उस में मैं ढूँढता नहीं हूँ कभी ।
जो हंसी मेरे दिल में घर कर गयी ।
******शिवराज********
Meri muhabbat us pe asar kar gayee
Nazar jo mili to kehar ket gayee
Vafa usmein main dhoondhta nahi kabhi
Jo hansi mere dil mein ghar kar gayee
******Shivraj *******

सुबह नई ख्वाब कई

सुबह नई, ख्वाब कई ।
देखना अच्छा लगता है ।
फिर आम आदमी
रोज़ी के लिए
दौड़ने लगता है ।
रोज़ी कोई लड़की नहीं है ।
अरे रोज़ी मतलब
काम, धंधा, मजदूरी ।
जिस को करने से
रोटी, कपडा ,मकान
का होता है इंतजाम ,
और आम आदमी
बन जाता है फिर से
ख्वाब देखने लायक ।
फिर नई सुबह
नये ख्वाब ।
आप तो बड़े आदमी हो ।
हो न ?
क्या समझोगे आप ।

शुक्रवार, 19 सितंबर 2014

बातें / Baaten

क्या बतलाऊँ मेरी बातें 
वही पुरानी मेरी कहानी
मेरी छोड़ो तुम बतलाओ 
कैसे बीती रात सुहानी 
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सपने देखे अपने देखे 
या परियों की कोई कहानी 
क्या वो भी आया था मिलने 
जिसके लिए तुम हो दीवानी
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कह दो उसको  जो कहना है 
हया वैसे अपना गहना है 
उसको दिल का हाल बताओ
समय चुकी पुनि का पछतानि 
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Kya batlaaoon meri baate
Vahi purani meri kahani
Chodo meri tum batlao 
Kaise beeti raat suhani

Sapne dekhe apne dekhe 
Ya pario ki koi kahani 
Kya vo bhi aaya milne 
Jiske lie tum ho deewani

Keh do us se jo kehna hai
Haya vaise to gehna hai
Usko dil ka hall batlaoo
Samay chooki pooni ka pachtani 
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बुधवार, 17 सितंबर 2014

Please Smile

I simple one
Wants none
From life
Why to create
False Hpye
Networking i do
Not from mobile
I love to give
Every face Smile
Like a crazy child
This epoch going
Really Vary bad
Every where
I find bloodshed
Knife, gun now fun
stop it in a while
Please smile
-------Shiv Raj -----------

मंगलवार, 16 सितंबर 2014

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मोबाइल /Mobile
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हर हाथ में आजकल जो  मोबाइल हो गए ।
Har haath mein aajkal जोjo mobile ho gayee
सरहदों के दायरे तक बेमानी हो गए ।
Sarhadon ke daayre tak bemani ho gayee
दिल की बातें बहुत दूर तक जाने लगी ।
Dil ki baatein bhaut door tak jaane lagi.
परदेसी तो जैसे कोई पडोसी हो गए ।
Pardesi to jaisee koi padosi ho gayee.
क्या हुआ जो कभी मिलना न हो सका ।
Kya hua jo kabhi milna na ho saka.
Mil ke apno se hum kai baar ro gayee
मिल के अपनों से हम कई बार रो गए ।
****शिवराज *****

रविवार, 14 सितंबर 2014

मैं किस भाषा में समझाऊँ दिल की बात तुम्हे ।
आँखों की शब्दावली से तुम बिलकुल अनजान हो ।
या तो जान कर भी मुझे समझती नहीं ।
या किसी छोटे बच्चे सी नादान हो ।
मैंने कभी देखी नहीं इस उम्र की वो लडकियां ।
जिन के दिल में पलते नहीं इश्क के अरमान हो ।
दो मीठे शब्द तुम बोल दो गर मुझे ।
तो मुझपे तमाम उम्र का एहसान हो ।
डर है की तुम ये जानती हो या नहीं ।
डर नहीं की इश्क मेरा कहीं नाकाम हो ।
******शिवराज********