This blog is a collection of my writings. I write whatever comes in my mind
मंगलवार, 28 अप्रैल 2015
जलजला
इंसान को अपनी औकात दिखा गया । हल्का सा जलजला जो धरती पे आगया । आज बिलकुल सही मौका ये सोचने का है । क्या किसके साथ आया है और क्या गया । अपने बच्चों पे कहर ढाने का मकसद होगा । धरती माँ को इसमें कौन सा मज़ा आगया । ~~~~~शिवराज
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