This blog is a collection of my writings. I write whatever comes in my mind
शनिवार, 7 मार्च 2015
होली
लाल गुलाबी रंगो की होली खूब मनाई आप ने । क्या कभी दिल की कालिख भी हटाई आप ने । कितना गहरा रंग लगाया लेकिन उतर जाएगा । ता उम्र खिली रहती जो होती प्रीत लगाई आप ने । क्या त्यौहार मनाना सिरफ़ एक दिन के वास्ते । सीख़ अग़र बच्चों को इनकी न सिखाई आप ने ---शिवराज------
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